पहलू में आये ओर छोर : दो देश चिली और टर्की यात्रा के शौक़ीन डॉ. राकेश तिवारी द्वारा लिखा यह यात्रावृतांत राजकमल प्रकाशन ने छापा है | वर्ष 2012 और 2014 में डॉ राकेश को चिली और टर्की जाने और वहाँ अपना शोध पत्र पढ़ने का सुनहरा मौका मिला | चिली की यात्रा इन्होने बहोत हड़बड़ी और जल्दबाजी में पूरी की, किताब में ये साफ़ झलकता है | चिली की यात्रा में इनकी पास समय की बहुत कमी रही | क्यूंकि ये सरकारी खर्चे पर चिली और टर्की की यात्रा पर थे इसलिए ये पुस्तक इनकी एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी लगती है | कान्फेरेन्स के आध्यात्मिक सत्र में मिलने वाले लोगों का उनके नाम सहित विवरण इस बात की पुष्टि करता है |
चिली और टर्की के बारे में जो भी लिखा है अच्छा और सुन्दर लिखा है| उन देशों के इतिहास की अच्छी झांकी प्रस्तुत है पुस्तक में |
भाषा इनकी दिलफेंक रही है | आम बोलचाल की भाषा का इस्तेमाल किया है | साठ की उम्र पार करने के बाद भी लिखावट में एक युवा घुमक्कड़ बने रहने का प्रयास किया है |
चिली और टर्की के बारे में जो भी लिखा है अच्छा और सुन्दर लिखा है| उन देशों के इतिहास की अच्छी झांकी प्रस्तुत है पुस्तक में |
भाषा इनकी दिलफेंक रही है | आम बोलचाल की भाषा का इस्तेमाल किया है | साठ की उम्र पार करने के बाद भी लिखावट में एक युवा घुमक्कड़ बने रहने का प्रयास किया है |